हेल्दी और स्ट्रॉन्ग लंग्स के लिए कमाल है ये एक योगासन, पीठ दर्द और पेट के लिए भी है कारगर..
Best Yoga Asanas For Lungs: हेल्दी फेफड़ों के लिए योग (Yoga For Healthy Lungs) काफी कारगर हो सकता है. खासकर ऐसे समय जब पूरी दुनिया संक्रमण (Infection) से लड़ रही हों, जो हमारे फेफड़ों पर अटैक करता है. ऐसे में और भी खास हो जाता है कि हम फेफड़ों को मजबूत करने के उपाय (Ways To Strengthen The Lungs) करें और अपने लंग्स को हमेशा हेल्दी रखें. फेफड़ों को मजबूत रखने के लिए योग (Yoga To Keep Lungs Strong) काफी कारगर हो सकता है.
खास बातें :
- > फेफड़ों को हेल्दी रखने के लिए फायदेमंद है भुजंगासन.
- > यह जानें भुजंगासन को करने का सही तरीका.
- > यह एक योग पीठ दर्द और पेट के लिए भी है फायदेमंद.
रोजाना योग कर आप फेफड़ों (Lungs) को जवां बना सकते हैं. हेल्दी डाइट और हर रोज योग उम्र भर फिट रहने का आसान तरीका हो सकता है. योग (Yoga) करने से आप मानसिक और शारीरिक दोनों तल पर खुद को मजबूत महसूस करते हैं. फेफड़ों के लिए भुजंगासन (Bhujangasana) एक लाभकारी योग हो सकता है. यह आसान योग आपके लंग्स को हेल्दी रखने में मददगार हो सकता है. भुजंगासन एक ऐसा योगासन है जिससे न सिर्फ फेफड़ों को फायदा हो सकता है बल्कि यह आपके पेट और कोर के लिए फायदेमंद हो सकता है.
रोजाना भुजंगासन करने के स्वास्थ्य लाभ | Health Benefits Of Bhujangasana
1. फेफड़ों को हेल्दी रखने में मददगार
2. पेट को देता है फायदा
3. पीठ दर्द के लिए फायदेमंद
कई लोग पीठ दर्द से परेशान होते हैं अगर आप इस सरल आसन को ट्राई करेंगे तो आपको इससे फायदा हो सकता है. भुजंगासन करने से पीठ की मांसपेशियां मजबूत हो सकती हैं. स्पाइन, ग्लूटियल मसल्स, आर्म्स, कंधे के लिए भी यह काफी प्रभावशाली माना जाता है. इस आसन का फायदा आपको रोज करने से ही मिलेगा. लंबे समय तक बैठे रहने से पीठ की मांसपेशियां अकड़ की समस्या से भी निजात दिलाने में भुजंगासन फायदेमंद हो सकता है.
भुजंगासन के अन्य फायदे :
- स्पाइन के लिए फायदेमंद.
- ग्लूटियल के लिए लाभदायक.
- मसल्स रखता है मजबूत.
- आर्म्स को हेल्दी रखने में फायदेमंद
- कंधे और जांघे की मजबूती के लिए लाभकारी
- ग्लोइंग स्किन के लिए असरदार
- मूड़ को ठीक करने में फायदेमंद
भुजंगासन करने का तरीका | Method Of Performing Bhujangasana
- जमीन पर पेट के बल लेट जाएं.
- अपने हाथों को सिर के पास कंधों के लेवल पर लाकर जमीन पर टिकाएं.
- धीरे-धीरे सांस अंदर भरते हुए ऊपर की तरफ उठें.
- जितनी देर हो सके सांस रोके रहें, फिर धीरे-धीरे सांस छोड़ते हुए जमीन की तरफ आ जाएं.
- ऐसा शुरूआत में 3 से 4 बार करें.
- शुरुआत में थोड़ी मुश्किल आएगी, बाजू में दर्द भी होगा, मगर हर रोज अभ्यास करने से सब ठीक हो जाएगा.
भुजंगासन के लिए बरतें ये सावधानियां
- जिन लोगों का पेट की परेशानी हो उन्हें यह नहीं करना चाहिए. जैसे पेट का ऑपरेशन, अपेंडिक्स.
- सही वक्त और खाली पेट ही इस आसन को करें.
- पीठ में दर्द किसी चोट या अन्य वजह से है, तब भी यह आसन न करें.
- गर्भवती महिलाओं को इस आसन को करने की सलाह नहीं दी जाती है.